दर्शन को अखियाँ प्यासी है कब दर्शन होगा श्याम धणी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
दर्शन को अखियाँ प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी
मुझ निर्धन के घर आँगन में
कब आवन होगा श्याम धणी
दर्शन को अखियां प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी।।
तर्ज बाबुल की दुआएं।
मेरे घर में तुम्हे बिठाने को
ना चौकी ना सिंहासन है
ना दीपक ना बाती है
ना अक्षत है ना चंदन है
श्रद्धा के फूलों से तेरा
अभिनन्दन होगा श्याम धणी
दर्शन को अखियां प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी।।
सावन भादों दोनों बीते
और बीती होली दिवाली है
पर मुझे देखने नहीं मिली
तेरी सूरत भोली भाली है
ना जाने किस दिन अखियों को
पग दर्शन होगा श्याम धणी
दर्शन को अखियां प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी।।
दर्शन को अखियाँ प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी
मुझ निर्धन के घर आँगन में
कब आवन होगा श्याम धणी
दर्शन को अखियां प्यासी है
कब दर्शन होगा श्याम धणी।।
darshan ko akhiyan pyasi hai kab darshan hoga shyam dhani lyrics