दाता दरश को तेरे मेरी आँख तरसती है भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










दाता दरश को तेरे
मेरी आँख तरसती है
बाबा दरश को तेरे
मेरी आँख तरसती है
गमे आंसुओं की धारा
गमे आंसुओं की धारा
बरखा सी बरसती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।


सागर में आ रहे है
तूफान तो हजारों
हे देव पार करना
मेरी छोटी सी कश्ती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।


तेरे दायरे में हमको
रहने दे मेरे बाबा
तेरे दायरे के बाहर
एक आग बरसती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।


आना जरूर आना
करके कोई बहाना
तेरे चाहने वालों की
इतनी बड़ी बस्ती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।









भारत तो इतना जाने
जो है तेरे दीवाने
सोनी तो इतना जाने
जो है तेरे दीवाने
सबके घरों में ज्योति
तेरे नाम की जगती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।


दाता दरश को तेरे
मेरी आँख तरसती है
बाबा दरश को तेरे
मेरी आँख तरसती है
गमे आंसुओं की धारा
गमे आंसुओं की धारा
बरखा सी बरसती है
बाबा दर्श को तेरे
मेरी आँख तरसती है।।














daata darash ko tere meri aankh tarasti hai lyrics