दासी मुझे बना दिया किसका कसूर था द्रोपदी भजन - MadhurBhajans मधुर भजन
दासी मुझे बना दिया
किसका कसूर था
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था
अंधे को अँधा कह दिया
तो क्या बुरा किया
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था।।
ये भी देखें आए नहीं घनश्याम जो साडी।
पांचो ने बाजी हारी
पांचो मेरे पति
पांचो ने बाजी हारी
पांचो मेरे पति
लाछण मुझे लगा दिया
किसका कसूर था
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था।।
पांचो पति के सामने
घूंघट उठा दिया
पांचो पति के सामने
घूंघट उठा दिया
बोला ना कोई सामने
किसका कसूर था
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था।।
कलंक लगा कुरुवंश पे
मर्यादा तोड़ दी
कलंक लगा कुरुवंश पे
मर्यादा तोड़ दी
लाछण मुझे लगा दिया
किसका कसूर था
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था।।
दासी मुझे बना दिया
किसका कसूर था
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था
अंधे को अँधा कह दिया
तो क्या बुरा किया
दासी मुझें बना दिया
किसका कसूर था।।
भजन स्वर और संगीत अविनाश मौर्य।
ढोलक अरुण भाई।
संपर्क 9098200177
daasi mujhe bana diya bhajan lyrics