छठ पर्व पे अरग जो भक्त चढ़ा दे भाग्य जग जाएगा लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
छठ पर्व पे अरग जो भक्त चढ़ा दे
भाग्य जग जाएगा
कोई भाव से छठी मैया को मनाले
भाग्य जग जाएगा
भाग्य जग जाएगा।।
तर्ज इस प्यार से मेरी।
निर्जला रहकर खरना मना ले
नारियल ठेकुआ से डाला सजा दे
शुद्ध तन मन से तू शीश को झुकाले
भाग्य जग जाएगा
भाग्य जग जाएगा
छठ पर्व पे अर्ग जो भक्त चढ़ा दे
भाग्य जग जाएगा।।
सांझ सवेरे घाट पे जाके
पावन जल में तू डुबकी लगा के
हाथ जोड़े सूर्य देव को मनाले
भाग्य जग जाएगा
भाग्य जग जाएगा
छठ पर्व पे अर्ग जो भक्त चढ़ा दे
भाग्य जग जाएगा।।
छठ पर्व पे अरग जो भक्त चढ़ा दे
भाग्य जग जाएगा
कोई भाव से छठी मैया को मनाले
भाग्य जग जाएगा
भाग्य जग जाएगा।।
chhath parv pe arag jo bhakt chadha de lyrics