छतरी चाढे नी भाईडा घणो घणो तावडो पडे - MadhurBhajans मधुर भजन










छतरी चाढे नी भाईडा
घणो घणो तावडो पडे
तावडो पडे
गौतमजी रो मेलो
लम्बी नदियाँ मे भरे।।


ए अरे चार चार महिना
आयो रे उनालो
अरे चार चार महिना
आयो रे उनालो
उनाला री गरमी घणी जोर री पडे
जोर री पडे
भूरीया बाबा रो मेलो
लम्बी नदीयाँ मे भरे।।


ए अरे चार चार महिना
आयो रे चोमासो
अरे चार चार महिना
आयो रे चोमासो
चोमासा रा मेवुडो घणो जोर को भरे
जोर को भरे
ए गौतमजी रो मेलो
लम्बी नदीयाँ मे भरे।।


ए अरे चार चार महिना
आयो रे सियालो
अरे चार चार महिना
आयो रे सियालो
सियाला रा सर्दी घणी
जोर री पडे
जोर री पडे ए गौतमजी रो मेलो
लम्बी नदीयाँ मे भरे।।









ए लम्बी लम्बी नदीयाँ मे
गौतमजी रो मेलो लागे
सगला चालो भगता
चालो दर्शन कर सुख पावो।।


ए अरे जल सेवा मीणा ग्रुप
जागरण रखावे
अरे जल सेवा मीणा ग्रुप
जागरण रखावे
पोसालीया नगरी मे मेलो
जोर रो भरे जोर रो भरे
गौतमजी रो मेलो
लम्बी नदीयाँ मे भरे।।


छतरी चाढे नी भाईडा
घणो घणो तावडो पडे
तावडो पडे
गौतमजी रो मेलो
लम्बी नदियाँ मे भरे।।
गायक संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक मनीष सीरवी
9640557818










chatri chadhe ni bhaida ghano taavdo pade lyrics