चाँद जैसा मुखड़ा माँ का बैठी है दरबार में लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
चाँद जैसा मुखड़ा माँ का
बैठी है दरबार में
रत्नागढ़ से आ गई मैया
हम भक्तों के प्यार में
चांद जैसा मुखड़ा मां का
बैठी है दरबार में।।
तर्ज चाँद जैसा मुखड़ा लेके।
भाई किर्सान्यो करे चाकरी
मैया के दरबार में
अन्नपूर्णा से आ गई मैया
किर्सान्यो के प्यार में
चांद जैसा मुखड़ा मां का
बैठी है दरबार में।।
भाई झमराल्यो करे चाकरी
मैया के दरबार में
सलकनपुर से आ गई मैया
झमराल्या के प्यार में
चांद जैसा मुखड़ा मां का
बैठी है दरबार में।।
भाई सुनार्यो करे चाकरी
मैया के दरबार में
पावागङ से आ गई मैया
सुनार्या के प्यार में
चांद जैसा मुखड़ा मां का
बैठी है दरबार में।।
चाँद जैसा मुखड़ा माँ का
बैठी है दरबार में
रत्नागढ़ से आ गई मैया
हम भक्तों के प्यार में
चांद जैसा मुखड़ा मां का
बैठी है दरबार में।।
9009204025
chand jaisa mukhda maa ka baithi hai darbar me lyrics