चली जा रही है ये जीवन की रेल भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










चली जा रही है ये जीवन की रेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।


देखे जीवन तो भैया एक रेल है।


कुशल कारीगर ने है इसको बनाया
बड़ी अकलमंदी से इसको चलाया
पड़े इसके इंजन में कर्मो का तेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।


किसी को चढ़ावे किसी को उतारे
घड़ी दो घड़ी के मुसाफिर है सारे
यही पर जुदाई यही पर है मेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।


जरा सी खराबी अगर इसमे आए
कदम एक भी ये सरकने ना पाए
सदा के लिए एक पल में हो फैल
समझ कर खिलोना इससे तू ना खेल।।









ना अपनी ख़ुशी से यहाँ लोग आए
मगर सबने आकर यहा दिन बिताए
कोई समझे मंदिर कोई समझे जेल
समझ कर खिलोना इससे तू ना खेल।।


रहे कुछ सफर भर रोते चिल्लाते
मगर कुछ महापुरुष हँसते हँसाते
गए हर मुसीबत को हिम्मत से झेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।


पथिक रेलगाड़ी में जो भी चढ़ा है
कही ना कही तो उतरना पड़ा है
समय ने है डाली सभी को नकेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।


चली जा रही है ये जीवन की रेल
समझ कर खिलौना इसे यूँ ना खेल।।





906867662











chali ja rahi hai ye jeevan ki rail lyrics