चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










चली जा रही है उमर धीरे धीरे
पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।।


बचपन भी जाए जवानी भी जाए
बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे।।


तेरे हाथ पावों में बल ना रहेगा
झुकेगी तुम्हारी कमर धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे।।


शिथिल अंग होंगे एक दिन तुम्हारे
फिर मंद होगी नज़र धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे।।









बुराई से मन को अपने हटाले
सुधर जाए तेरा जीवन धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे।।


चली जा रही है उमर धीरे धीरे
पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।।
स्वर देवेंद्र पाठक जी।










chali ja rahi hai umar dheere dheere lyrics