चक्र सुदर्शन लीला धारी भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










चक्र सुदर्शन लीला धारी
सारा जगत है शरण तुम्हारी
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


तर्ज मंगल भवन अमंगल हारी।


जेल में जन्मे गोकुल आये
माँ यशुमति के लाल कहाये
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


धन्य हो गई गोकुल नगरी
धन्य हुई हर माखन गगरी
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


बाल समय की लीला न्यारी
नटखट चंचल छवि तुम्हारी
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।









वृन्दावन में धेनु चरैया
छाछ पे नाचे ताता थैया
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


ऊँगली पे गिरिराज उठाया
इंद्रदेव का मान घटाया
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


मथुरा जाए कंस को मारा
कुब्जा नारी को तुमने तारा
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


फिर मथुरा से जेल में आये
माता पिता को मुक्त कराए
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


फागण मास में रंग रंगीली
राधा के संग होली खेली
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


परम सखा अरु मित्र तुम्हारे
नाम सुदामा जिन्ह तुम तारे
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


छप्पन भोग को तुम ठुकरा के
साग विदुर घर खाये जा के
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


महाभारत के सेना नायक
तुम अर्जुन के बने सहायक
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


श्री विष्णु के तुम अवतारी
मैं सुखदेव हूँ शरण में तुम्हारी


श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।


चक्र सुदर्शन लीला धारी
सारा जगत है शरण तुम्हारी
श्याम श्री श्याम श्री श्याम राधेश्याम
अति मन भावन पावन नाम।।













chakra sudarshan leeladhari lyrics