बोलती है मूर्ती बुला के देख ले भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
भावना की ज्योत को जगाकर के देख ले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले
सौ बार चाहे आजमा के देख ले
सौ बार चाहे आजमा के देख ले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले।।
आओ माँआओ माँ
आओ माँआओ माँ।
तर्ज कामना ह्रदय की।
करोगे जो सवाल तो जवाब मिलेगा
यहाँ पुण्य पाप सबका हिसाब मिलेगा
भले बुरे सबको ही जानती है माँ
खरी खोटी सबकी पहचानती है माँ
श्रद्धा से सर को झुका के देख ले
श्रद्धा से सर को झुका के देख ले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले।।
आओ माँआओ माँ
आओ माँआओ माँ।
छाया में है छुपी जो बैठी धुप में
मैया का होता दर्शन किसी भी रूप में
होगा हर जगह अहसास उसका
तेरे विश्वास में निवास उसका
जिस ओर नज़रे घुमा के देखले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले।।
आओ माँआओ माँ
आओ माँआओ माँ।
भावना की ज्योत को जगाकर के देख ले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले
सौ बार चाहे आजमा के देख ले
सौ बार चाहे आजमा के देख ले
बोलती है मूर्ती बुला के देख ले।।
आओ माँआओ माँ
आओ माँआओ माँ।
गायक सौरभ मधुकर।
bolti hai murti bula ke dekh le lyrics