भूतेश्वर ने ध्यालो जी सोया भाग्य जगा लो जी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










भूतेश्वर ने ध्यालो जी
सोया भाग्य जगा लो जी
भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।
देखे कैसे मैं शिव को मनाऊ हो।


माथे ऊपर चंदा सोहे
जटा में गंग विराजे रे
मुकुट मणि री आभा सोहे
नाग गले में साजे रे
आ ने आज रिझा ल्यो जी
बिगड़ा काम बणाल्यो जी
भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।


आक धतूरा खावे बाबो
भंगिया भोग लगावे रे
अंग भभूत रमावे भोलो
धुनि अलख जगावे रे
गंगा जल सु नहा ल्यो जी
काचो दूध चढ़ा ल्यो जी
भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।









नीलकंठ बाबा को म्हाने
रूप सुहानो लागे रे
भोला जी को ध्यान धरया सु
सगला संकट भागे रे
भक्तो मिलकर ध्यालो जी
सगळा कष्ट मिटा ल्यो जी
भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।


सोमवार ने भूतनाथ
दर्शन री महिमा भारी रे
निशदिन माथो टेकन
आवे नर ने नारी रे
हर्ष के सागे चालो जी
जाकर दर्शन पा लो जी


भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।


भूतेश्वर ने ध्यालो जी
सोया भाग्य जगा लो जी
भगता रो यो रखपाल
बैठ्यो भोलो धणी।।













bhuteshwar ne dhyalo ji lyrics