भारत में फिर से आजा बंसी बजाने वाले भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










भारत में फिर से आजा
गव्वे चराने वाले
भारत मे फिर से आजा
गिरिवर उठाने वाले
सोतो को फिर जगा जा
गीता के गाने वाले
भारत में फिर से आजा।।


दुःख द्वंद्व बढ़ रहे है
दुष्काल पड़ रहे है
फिर कष्ट सब मिटा जा
बंसी बजाने वाले
भारत मे फिर से आजा
गिरिवर उठाने वाले।।


गूंजा था जिससे मधुबन
नाचा था जिससे त्रिभुवन
वो तान फिर सुना जा
बंसी बजाने वाले
भारत मे फिर से आजा
गिरिवर उठाने वाले।।


है राधेश्याम निर्बल
जन तेरे भक्त वत्सल
बिगड़ी को फिर बना जा
बिगड़ी बनाने वाले


भारत मे फिर से आजा
गिरिवर उठाने वाले।।









भारत में फिर से आजा
गव्वे चराने वाले
भारत मे फिर से आजा
गिरिवर उठाने वाले
सोतो को फिर जगा जा
गीता के गाने वाले
भारत में फिर से आजा।।














bharat me fir se aaja bansi bajane wale lyrics