बस यही अरदास माँ हर बार करता हूँ - MadhurBhajans मधुर भजन










बस यही अरदास माँ
हर बार करता हूँ
मेरे घर भी आओ माँ
इँतजार करता हूँ।।
तर्ज बस यही अपराध में।


कैसे देखूँ तुमको मइया
मै इन आँखो से
जी नही भरता मेरा
दुनिया की बातो से
ध्यान करुँगा मैया मै
इकरार करता हूँ
मेरे घर भी आओ माँ
इँतजार करता हूँ।।


न माँगू मै हीरे मोती
न दौलत और माया
मेरे सिर पर सदा रहे माँ
तेरी दया का साया
अपना सब कुछ तुम पे माँ
बलिहार करता हूँ
मेरे घर भी आओ माँ
इँतजार करता हूँ।।









करना चाहो माँ जो मुझपे
यह दया करदो
भक्ती रूपी दौलत से
झोली मेरी भरदो
हर पल तेरी सेवा करूँ
ये वादा करता हूँ
मेरे घर भी आओ माँ
इँतजार करता हूँ।।


बस यही अरदास माँ
हर बार करता हूँ
मेरे घर भी आओ माँ
इँतजार करता हूँ।।
भजन लेखक एवं प्रेषक
श्री शिवनारायण वर्मा
मोबान8818932923
वीडियो उपलब्ध नहीं।










bas yahi aradas maa har bar karta hun lyrics