बरसाना बसा लो के जी ना लगे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे
स्वामिनी जु बुला लो के जी ना लगे
बरसाना बसा लो के जी ना लगे
लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे।।
तर्ज साथिया नहीं जाना।


पहले भी लगाई मैंने
अर्जी ये फर्जी तूने टाल दी
कौन सो गुनाह मेरो
चित में धरयो है अब निकाल जी
अब की बारी ना टालो
के जी ना लगे
लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे।।


एक मैं अकेली
मोसे सुलझे ना पहेली
और ये दूरियां
कही भी ना जाए अब
सही भी ना जाए
मजबूरियां
अब कैसे भी बचालो
के जी ना लगे
लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे।।










कितने जनम हरिदासी
और पूनम और गाएगी
दे दो बरसाना
अब छोड़ो तरसाना मर जाएगी
कुंजो में छुपा लो
के जी ना लगे


लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे।।


लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे
स्वामिनी जु बुला लो के जी ना लगे
बरसाना बसा लो के जी ना लगे
लाड़ली जु बुला लो के जी ना लगे।।
स्वर पूर्णिमा दीदी जी।










barsana basa lo ke ji na lage lyrics