बनवारी गिरधारी अब राखो लाज हमारी लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
बनवारी गिरधारी
अब राखो लाज हमारी
लाज ही है अब मुझ निर्धन की
जीवन पूँजी सारी
बनवारीं गिरधारी
अब राखो लाज हमारी।।
तर्ज रखवाला प्रतिपाला।
सरे बाज़ार में आज ऐ बाबा
लुट रही लाज हमारी
चुप बैठे दीनो के नाथ तुम
फिकर नहीं क्या हमारी
अब तो हमको मोहन बस एक
आस लगी है तुम्हारी
बनवारीं गिरधारी
अब राखो लाज हमारी।।
तेरे द्वार पे ओ सांवरिया
आते है लाज के मारे
मेरी लाज का तू रखवाला
तुझको ही आज पुकारें
तू भी जो अनसुनी करेगा
कौन सुनेगा हमारी
बनवारीं गिरधारी
अब राखो लाज हमारी।।
रागी की लाज पे जब जब आई
दौड़े हो तुम ही कन्हैया
बिन पतवार के डूब गई जो
दरश की लाज की नैया
कहाँ गए तेरे मोहन पगली
पूछेगी दुनिया सारी
बनवारीं गिरधारी
अब राखो लाज हमारी।।
बनवारी गिरधारी
अब राखो लाज हमारी
लाज ही है अब मुझ निर्धन की
जीवन पूँजी सारी
बनवारीं गिरधारी
अब राखो लाज हमारी।।
banwari girdhari ab rakho laaj hamari lyrics