बालाजी ने ध्याले तू भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










मंगलवार शनिवार
बालाजी ने ध्याले तू
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर
मन का चाया पाले तू।।
तर्ज दीनानाथ मेरी बात।


संकट मोचन संकट हारी
सारी दुनिया बोले है
बड़ा बड़ा राजा महाराजा
आके दर पर डोले है
राम राम से रीझे है यो
राम राम बस गा ले तू
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर
मन का चाया पाले तू।।


तुरता फुर्ती काम पटावे
भगत की पीड़ा काटे है
शरण पड़या ने बालाजी
कदे भी नहीं नाटे है
जद बजरंगबली है सागे
फिर क्यों चिंता पाले तू
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर
मन का चाया पाले तू।।









लाल लंगोटो हाथ में सोटो
सेठ मोटो मोटो है
भरया रवे भंडार ऐके
कदे ना होवे टोटो है
श्याम कहे है सांची महिमा
बालाजी की गा ले तू
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर
मन का चाया पाले तू।।


मंगलवार शनिवार
बालाजी ने ध्याले तू
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर
मन का चाया पाले तू।।













balaji ne dhyale tu lyrics