बैठा हूँ आस लगाए सरकार ना आए भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










बैठा हूँ आस लगाए
सरकार ना आए
अब थाम लो पतवार
बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।
तर्ज अफसाना लिख रही हूँ।


किसको पुकारूँ सांवरे
कुछ सूझता नहीं
कुछ सूझता नहीं
बस एक नज़र किरपा की
दिलदार हो जाए
अब थाम लो पतवार
बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।


कमजोर मेरे हाथ है
कश्ती पुरानी है
कश्ती पुरानी है
मुझ पे भी देव दयालु
उपकार हो जाए
अब थाम लो पतवार
बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।









लाखों उबारे आपने
मुझको उबार लो
मुझको उबार लो
मेरी उम्मीदों का सपना
साकार हो जाए
अब थाम लो पतवार
बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।


ऐ श्याम जीवन डोर
अब तेरे हाथ है
अब तेरे हाथ है
तेरे हर्ष भगत का कान्हा
उद्धार हो जाए
अब थाम लो पतवार


बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।


बैठा हूँ आस लगाए
सरकार ना आए
अब थाम लो पतवार
बेड़ा पार हो जाए
बेड़ा पार हो जाए।।












baitha hun aas lagaye sarkar na aaye lyrics