बाबा अब तो बुला लो ना द्वार भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










बाबा अब तो बुला लो ना द्वार
दर तेरे आने को तरसे है ये दिल
तड़पे है बारम्बार
बाबा अब तो बुलालों ना द्वार।।
ये भी देखें बुला लो मुझको खाटू में।


बैठ गए हो खाटू नगरिया
भक्तों को काहे सताये
ना संदेस ना कोई खबरिया
ग्यारस भी छूटी जाए
डूब जायेगा प्रेमी ये तेरा
अब तो सुन लो पुकार
बाबा अब तो बुलालों ना द्वार।।


भर भर बुलाये खाटू की गलियां
मुझको ही क्यों ना बुलाये
छट पट तड़पे प्रीत हमारी
अज्जू के आंसू रोए
मोरछड़ी लहरा दो बाबा
कट जाए संकट हज़ार
बाबा अब तो बुलालों ना द्वार।।









दर तेरे आएं तो कस के पकड़ना
छूटे ना मेरो हाथ
नाम जगत में वैसे ही तेरो
हारे को देता तू साथ
मैं हारयो तो हारे को तू ही
कर दीजो बेड़ो पार
बाबा अब तो बुलालों ना द्वार।।


बाबा अब तो बुला लो ना द्वार
दर तेरे आने को तरसे है ये दिल
तड़पे है बारम्बार
बाबा अब तो बुलालों ना द्वार।।













baba ab to bula lo na dwar lyrics