औरों की सेवा करना जिनका पहला काम है लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन










औरों की सेवा करना
बड़े भाव से सेवा करना
जिनका पहला काम है
ऐसी रूहों को हमारा
दिल से प्रणाम है।।


जिनको मिलती हैं खुशियां
खुश औरों को देख कर
जिनको मिलता है सुख
सुखी औरों को देख कर
निस्वार्थ सेवा करना
जिनके चारों धाम है
ऐसी रूहों को हमारा
दिल से प्रणाम है।।


जो अपना वार कर
औरों के लिए जीते हैं
जज़्बा सेवा का धार कर
औरों के लिए जीते हैं
आसान नहीं है ये तो
बड़ा मुश्कि काम है
ऐसी रूहों को हमारा
दिल से प्रणाम है।।


वो रहे सलामत ईश्वर से
करते अरदास हैं
एक मालिक से दूजी उनसे
हम सबको आस है
मुश्किल में जो हैं आते
औरों के काम हैं
ऐसी रूहों को हमारा
दिल से प्रणाम है।।









औरों की सेवा करना
बड़े भाव से सेवा करना
जिनका पहला काम है
ऐसी रूहों को हमारा
दिल से प्रणाम है।।














auro ki seva karna jinka pahla kaam hai lyrics