अर्जी हमारी बाबा कब तक ठुकराओगे भजन लिरिक्स - MadhurBhajans मधुर भजन
अर्जी हमारी बाबा
कब तक ठुकराओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
तर्ज सावन का महीना।
छोटे छोटे काम लेकर
आते तेरे पास है
हारे के सहारे सुनले
हमें विश्वास है
गाडी बिगड़ गई है
इसे कैसे चलाओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
साँची बोलूं बाबा मैं तो
मेरी तू मान ले
दिया तेरा खाते है हम
इतना तू जान ले
भूखे को नहीं खिलाया
फिर किसे खिलाओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
तेरा ही रहा हूँ बाबा
तेरा ही रहूँगा
सुख दुःख बाबा अपने
तुमसे कहूंगा
बिन दिए झोली माहि
क्या हमें लौटाओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
हारे को जिताना बाबा
तेरी पहचान है
चौखट पे दम ये निकले
मेरा अरमान है
वचन दिया माता को
उसे कब निभाओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
तुझ बिन गोपाल मेरा
जीवन बेकार है
जीवन संवार दे तू
तुझे अधिकार है
हम पर श्याम कृपा बोलो
तुम कब बरसाओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
अर्जी हमारी बाबा
कब तक ठुकराओगे
बोलो फिर किसको तुम
दर पर बुलाओगे।।
arji hamari baba kab tak thukraoge lyrics